NEXT 14 जनवरी, 2025। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर मंगलवार को मुख्य बाजार टीएम प्लाजा के पास व्यापारियों द्वारा एक भव्य आयोजन किया गया, जिसमें गरमा-गरम दाल की पकौड़ियां और देसी घी की जलेबियां वितरित की गईं। यह आयोजन न केवल सामाजिक एकता का प्रतीक बना, बल्कि ठंडे मौसम में स्थानीय लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र भी रहा।

व्यापारियों का सामूहिक प्रयास
राजकुमार झंवर ने बताया कि यह आयोजन बाजार के सभी व्यापारियों के सामूहिक सहयोग से संपन्न हुआ। सुबह 9 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चले इस आयोजन में लगभग 2000 से अधिक लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
विशेष व्यंजनों की तैयारी
इस कार्यक्रम के लिए 60 किलो दाल, 15 किलो मैदा, 2 टीन तेल और 15 किलो देसी घी का उपयोग किया गया। पवन राठी ने बताया कि ठंड के कारण ओस भरी सुबह में इन गरमागरम पकवानों ने लोगों को विशेष आनंद दिया।

उल्लेखनीय सहभागिता
कार्यक्रम को सफल बनाने में व्यापारियों और कार्यकर्ताओं ने दिनभर मेहनत की। आयोजन में भैरूँदान आसोपा, मघराज हीरावत, भैरूँसिंह राजपुरोहित, शैतान सिंह राजपुरोहित, धीरज सैन, शुभम तरड़, अजीत सैन, ओमप्रकाश सोनी, सीताराम, ओमप्रकाश दर्जी, अमित सैनी, श्रवण सोनी, ओमप्रकाश बिग्गा सहित कई व्यापारी और स्थानीय लोग सक्रिय रहे।
सद्भावना और परंपरा का उत्सव
श्रवण कुमार लुखा ने बताया कि मकर संक्रांति जैसे त्योहार हमारी परंपराओं को जीवित रखते हैं और सामूहिकता का संदेश देते हैं। इस अवसर पर बाजार में उत्सव का माहौल बना रहा और स्थानीय निवासियों ने आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
संक्रांति की उमंग और सामूहिकता का प्रतीक
शिव रतन झाकल ने कहा कि यह आयोजन मकर संक्रांति के पर्व को न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला है। ऐसे आयोजन स्थानीय स्तर पर एकजुटता, सेवा और परंपराओं के प्रति प्रेम को प्रेरित करते हैं।