NEXT 10 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा श्रीडूंगरगढ़ के तत्वावधान में सेवा केंद्र मालू भवन में रविवार को ज्ञानशाला दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन व्यवस्थापिका साध्वी संगीतश्री और साध्वी डॉ. परमप्रभा के सान्निध्य में हुआ।

शुभारंभ ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी माहीका, दिव्यांश, युवराज और करिश्मा ने मंगलाचरण से किया। इसके बाद छोटी बालिका मन्नत चौपड़ा ने कविता प्रस्तुत की, वहीं युवराज चौपड़ा ने ज्ञानशाला पर भाषण दिया। ज्ञानार्थियों ने कैसे व्यसन मुक्त रहें और धर्म की राह पर चलें विषय पर नृत्य प्रस्तुति देकर संदेश दिया।

सभा की ओर से तुलसीराम चौरड़िया, महिला मंडल से मधु झाबक और युवक परिषद से मंत्री पीयूष बोथरा ने अपने विचार रखे। ज्ञानशाला प्रशिक्षिका कांता जैन ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए एक साल की गतिविधियों, बच्चों की संख्या, प्रशिक्षिकाओं, संयोजकों और व्यवस्थापिका के कार्यों की जानकारी दी।

साध्वी डॉ. परमप्रभा ने कहा कि गुरुदेव तुलसी द्वारा संचालित ज्ञानशालाएं देश ही नहीं, विदेशों में भी संचालित हो रही हैं, जहां बच्चों को धर्म और संस्कार सिखाए जाते हैं। साध्वी संगीतश्री ने कहा कि “बच्चा एक कोरे कागज के समान है, जैसे संस्कार मिलेंगे, वह वैसे ही मोती समान अक्षरों की भांति उभर कर आएगा।” उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति धर्मपरायण है, इसलिए बच्चों को मोबाइल और टीवी से दूर रखकर धर्म का ज्ञान देना जरूरी है।
कार्यक्रम में सभा, महिला मंडल, युवक परिषद, कन्या मंडल, किशोर मंडल के पदाधिकारी, जैन विश्व भारती मान्य विश्वविद्यालय लाडनूं के कुलपति बच्छराज दुगड़, ज्ञानशाला व्यवस्थापिका मंजू देवी बोथरा, मुख्य प्रशिक्षिका मंजू बोथरा, प्रशिक्षिका मंजू झाबक, साक्षी दुगड़, विजेता चौपड़ा, नीतू बोथरा, दीप्ति झाबक, कांता जैन, मधु झाबक सहित समाज के गणमान्यजन मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन ज्ञानशाला प्रशिक्षिका नीतू बोथरा ने किया।