NEXT 19 अक्टूबर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र में नवनिर्मित संत्संग कक्ष का लोकार्पण समारोह शनिवार को भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम में पूज्य गुरु आसाराम स्वामी ने व्यास गली से उद्बोधन देते हुए कहा कि सत्संग के माध्यम से जीवन की निरसता से उबरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि “सनातन परंपरा में रसमय जीवन जीने का एकमात्र साधन सत्संग ही है। मानव जिस भूल से रास्ता भटक जाता है, उस भूल को सुधारने का माध्यम सत्संग बनता है।”

लोकार्पण अवसर पर आसाराम धनेरवा ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। केशरीचंद मांडण ने संत्सगी बंधुओं का तिलक कर स्वागत किया, जबकि अमृत श्रीवास्तव ने माल्यार्पण किया।

मंच संचालन ललित और आदित्य सलूण ने किया। सामाजिक कार्यकर्ता केऊमल सुथार ने बताया कि संत्संग कक्ष के निर्माण से क्षेत्रवासियों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सांस्कृतिक उन्नयन का केंद्र मिलेगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संत्सगी बंधु और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। अंत में प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।















