NEXT 15 जून, 2025। श्रीमती मालीदेवी कोडामल बाहेती बालिका आदर्श विद्या मंदिर, चूरू में चल रहे नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के आठवें दिन रविवार को प्रशिक्षणार्थियों को शिक्षण पद्धतियों का गहन बोध मिला। विद्या भारती जयपुर प्रांत के मंत्री डॉ. ब्रजमोहन वर्मा ने पंचपदी अधिगम पद्धति पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि यह पद्धति बाल शिक्षा के लिए वैज्ञानिक एवं प्रभावी है, जिसमें अनुभव, विश्लेषण, अवधारणा निर्माण, अभ्यास और अनुप्रयोग- पांच प्रमुख चरण होते हैं। उन्होंने इन सभी चरणों पर व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में विद्यालय की पूर्व छात्रा रौनक सिद्ध (पुत्री जयप्रकाश), जिनका हाल ही में NEET परीक्षा में चयन हुआ है, को मंच पर सम्मानित किया गया। विद्यालय परिवार ने उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

इसी क्रम में, एक अन्य पूर्व छात्रा भूमिका तुनगरिया (पुत्री महेन्द्र तुनगरिया) को भी NEET चयन की उपलब्धि पर दूरभाष के माध्यम से बधाई दी गई।

कार्यक्रम में आदर्श शिक्षण संस्थान, चूरू के जिला सचिव त्रिविक्रम अपूर्वा, अधिवक्ता पूनमचंद मारु (श्रीडूंगरगढ़), समिति संरक्षक आशाराम पारीक, विद्या भारती क्षेत्रीय संस्कार केंद्र प्रमुख महीपाल प्रजापत, जिला सह सचिव मनीष वेदी, विद्यालय के प्रधानाचार्य व बड़ी संख्या में आचार्य-आचार्याएं मौजूद रहे।

इस अवसर ने जहां एक ओर प्रशिक्षणार्थियों को नई शिक्षण तकनीकों से अवगत कराया, वहीं विद्यार्थियों की सफलता ने शिक्षकों को नई ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान की।