NEXT 4 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। तहसील क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता ने अपने पति, सास-ससुर और देवर पर दहेज की मांग को लेकर मारपीट, मानसिक प्रताड़ना और स्त्रीधन हड़पने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने श्रीडूंगरगढ़ न्यायालय में परिवाद पत्र पेश करते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लालासर निवासी सुमन कंवर की शादी 11 जुलाई 2016 को सरदारशहर तहसील के अमरसर गांव निवासी गोविन्द सिंह के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से हुई थी। विवाह के समय पीड़िता के परिवार ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज स्वरूप सोने-चांदी के जेवरात, नकद 5100 रुपए, घरेलू सामान, फर्नीचर, कपड़े और बर्तन समेत अन्य सामान ससुराल पक्ष को सौंपा था।
पीड़िता का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वालों ने दहेज में दो लाख रुपए नकद और मोटरसाइकिल की मांग करते हुए प्रताड़ना शुरू कर दी। जब परिवार इस मांग को पूरा नहीं कर सका तो उसे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। पति गोविन्द सिंह शराब पीकर मारपीट करता, वहीं ससुराल के अन्य सदस्य भी आए दिन अपमानजनक व्यवहार करते थे।
पीड़िता के मुताबिक, विवाह के कुछ समय बाद उसे एक बालिका का जन्म हुआ, लेकिन उसका सारा जापा भी पीहरवालों ने ही करवाया। कई बार पीड़िता के परिजनों ने पंचायत के जरिए सुलह कराने का प्रयास किया, लेकिन ससुराल पक्ष अपनी जिद पर अड़ा रहा।
करीब डेढ़ माह पहले, आरोपितों ने पीड़िता को 6 माह की बच्ची सहित घर से निकाल दिया और कहा कि जब तक दहेज की मांग पूरी नहीं होगी, उसे वापस नहीं लेंगे। 24 मई को ससुराल वाले पीड़िता के पीहर गांव लालासर पहुंचे और वहां भी बहस के दौरान मारपीट की। जब पीड़िता ने अपना स्त्रीधन लौटाने की बात कही, तो आरोपियों ने इंकार कर दिया।
पीड़िता की परिवाद पर न्यायालय ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।