NEXT 4 नवम्बर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। नया शिक्षा सत्र शुरू हुए महीनों बीत चुके हैं, लेकिन शिक्षा विभाग में प्रमोशन और पोस्टिंग की फाइलें अब भी अटकी हुई हैं। सरकार ने अगस्त और सितंबर में करीब 5 हजार से ज्यादा प्रिंसिपलों के तबादले कर दिए, लेकिन 6 महीने पहले प्रमोट हुए 4224 प्रिंसिपल आज तक अपनी नई जगह जॉइन नहीं कर पाए हैं।
हालात यह हैं कि ये सभी अब भी अपने पुराने स्कूलों में वाइस प्रिंसिपल के पद पर ही काम कर रहे हैं, जबकि कागजों में इन्हें “यथास्थान कार्यग्रहण” दिखाकर प्रिंसिपल बना दिया गया है। यानी पदोन्नति तो हो गई, लेकिन जिम्मेदारी और दायित्व का पद अब तक नहीं मिला।
मई में हुई थी डीपीसी, 300 से ज्यादा प्रिंसिपल रिटायर भी हो गए
शिक्षा विभाग ने 26 मई को दो साल की बकाया डीपीसी (Departmental Promotion Committee) आयोजित की थी, जिसमें 4224 वाइस प्रिंसिपल को प्रिंसिपल पद पर पदोन्नत किया गया। लेकिन पोस्टिंग मिलने से पहले ही 300 से अधिक प्रिंसिपल सेवानिवृत्त हो गए।
कई स्कूलों में तो चार से पांच वाइस प्रिंसिपल एक साथ प्रिंसिपल के रूप में प्रमोट हुए, लेकिन सरकार ने इन्हें नई जगह भेजने के बजाय ट्रांसफर लिस्ट पर फोकस कर लिया।
दो बार हुई ट्रांसफर लिस्ट, अब संशोधित सूची का इंतजार
नया शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद सरकार ने दो बार प्रिंसिपलों के ट्रांसफर किए
- 3 अगस्त को पहली सूची में 509 प्रिंसिपल बदले गए।
- 26 सितंबर को दूसरी लिस्ट में 4527 प्रिंसिपलों का स्थानांतरण हुआ।
अब तक करीब 700 प्रिंसिपलों की संशोधित सूची प्रक्रियाधीन है, जिसे जारी करने में देरी हो रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यही देरी पदोन्नत प्रिंसिपलों की पोस्टिंग रोकने का बड़ा कारण बनी हुई है।
वाइस प्रिंसिपल की पोस्टिंग भी अटकी
केवल प्रिंसिपल ही नहीं, 26 सितंबर की डीपीसी में प्रमोट हुए 11 हजार से अधिक वाइस प्रिंसिपल भी पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। इन्हें भी “यथास्थान कार्यग्रहण” करवा दिया गया है।
नियमों के मुताबिक, जब तक प्रमोट हुए प्रिंसिपल अपनी नई जगह जॉइन नहीं करते, तब तक वाइस प्रिंसिपल के पद औपचारिक रूप से खाली नहीं माने जाएंगे। इसी वजह से वाइस प्रिंसिपलों की पोस्टिंग प्रक्रिया भी ठप पड़ी है।















