एक घंटे में ढाई फीट पानी, बाजारों में घुसे पानी से दुकानदार परेशान, सर्विस रोड धंसी, गांधी पार्क बना टापू
NEXT 13 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। रविवार दोपहर सावन की पहली बारिश ने शहर की कमर तोड़ दी। करीब एक घंटे की मूसलधार बारिश ने श्रीडूंगरगढ़ को पानी-पानी कर दिया। बाजार, मोहल्ले, बस्तियां सब डूबे नजर आए। मुख्य बाजार में दुकानों के भीतर पानी घुस गया, वहीं मोमासर बास में गलियां दरिया जैसी बन गईं।
बारिश दोपहर 1.30 बजे शुरू हुई और करीब एक घंटे तक झमाझम होती रही। इस दौरान दो से चार फीट तक पानी भर गया। निचले इलाकों में हालत सबसे ज्यादा खराब रही। दुकानों में सामान बह गया, अस्पताल और बैंक जैसे जरूरी संस्थानों के बाहर पानी का जमाव बना रहा।
दुकानों में घुसा पानी, शटर के नीचे खड़े रहे लोग
मुख्य बाजार में बारिश इतनी तेज हुई कि दुकानों के आगे खड़े लोग शटर के नीचे छिपते नजर आए। बारिश का पानी कई दुकानों के अंदर तक घुस गया। असगर अली ने बताया कि “गांधी पार्क हो या अस्पताल के पास की गली, हर तरफ तीन-चार फीट पानी भर गया था।”
एसबीआई बैंक, पोस्ट ऑफिस, जोशी हॉस्पिटल और गांधी पार्क इलाका टापू जैसा दिख रहा था। दुकानदार पानी से सामान बचाने की कोशिश करते दिखे, लेकिन कई जगह टिन और शटर भी रोक नहीं पाए।
हाईवे की सर्विस रोड धंसी, घुमचक्कर पर बना जलजमाव
शहर के सबसे व्यस्तम चौक घुमचक्कर पर वाहन रेंगते नजर आए। बीकानेर की ओर जाने वाली सर्विस रोड का एक हिस्सा धंस गया। स्थानीय दुकानदारों ने तुरंत गड्ढे पर टीन और छप्पर डालकर चेतावनी चिन्ह लगाए ताकि राहगीर फिसलें नहीं।
लोगों ने बताया कि यहां नालों के ऊपर ही सड़क बना दी गई थी। जैसे ही बारिश का पानी तेजी से नालों में घुसा, सड़क नीचे से बह गई और धंसाव हो गया। घटना की जानकारी हाइवे टोल कंपनी को दे दी गई है।
मोमासर बास में हालात सबसे खराब, घरों में घुसा पानी
मोमासर बास की गलियां तालाब बन गईं। यहां कुछ लोगों ने सड़कों से ऊंचा अपना घर बनाया है, लेकिन पानी फिर भी भीतर तक घुस गया।
नगरपालिका ने टैंकर लगाए, लेकिन नालों की सफाई नहीं बनी राहत
बारिश थमने के बाद नगरपालिका के टैंकर पानी खींचने पहुंचे, लेकिन नालों की पहले से सफाई न होने से हालात काबू से बाहर हो गए। लोगों ने प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि “हर साल यही होता है, लेकिन कोई सबक नहीं लिया जाता। जब आफत आती है, तब जगते हैं जिम्मेदार!”












