NEXT 30 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के ग्राम रीड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में लंबे समय से शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। करीब 800 छात्र-छात्राएं इस स्कूल में कक्षा 1 से 12वीं तक अध्ययनरत हैं, लेकिन शिक्षकों की संख्या जरूरत से आधी रह गई है। ऐसे में पढ़ाई प्रभावित हो रही है और विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ नजर आ रहा है।

9वीं से 12वीं तक के दो-दो सेक्शन, लेकिन विषयवार शिक्षक नहीं
विद्यालय में कला और विज्ञान दोनों संकायों की कक्षाएं संचालित हैं। 9वीं से 12वीं तक के वर्गों में दो-दो सेक्शन चलते हैं, लेकिन स्थिति यह है कि कई विषयों में एक भी स्थायी शिक्षक तैनात नहीं है। वर्तमान में 11 पद रिक्त पड़े हैं, वहीं 4 शिक्षक अलग-अलग जगहों पर डिपुटेशन पर हैं।
20000 से ज्यादा की आबादी वाला गांव, फिर भी नजरअंदाज
रीड़ी गांव की आबादी 20 हजार से अधिक है और यह विद्यालय आस-पास की ढाणियों और गांवों के लिए भी प्रमुख शिक्षा केंद्र है। लेकिन शिक्षकों की भारी कमी के कारण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
युवा संघर्ष समिति ने उठाई आवाज
रीड़ी के जागरूक ग्रामीणों और युवा संघर्ष समिति ने इस गंभीर समस्या को लेकर पुरनाथ सिद्ध की अगुवाई में श्रीडूंगरगढ़ उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। समिति ने मांग की है कि छात्रों के भविष्य को देखते हुए स्कूल में शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति की जाए और डिपुटेशन पर गए कार्मिकों की प्रतिनियुक्ति रद्द कर विद्यालय में वापसी सुनिश्चित की जाए।
समिति के पुरनाथ, हंसराज सिद्ध, तुलछीराम जाखड़, चंदूनाथ सिद्ध, रामस्वरूप जाखड़ का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे व्यापक जनआंदोलन की ओर बढ़ सकते हैं।