श्रीडूंगरगढ़ सेवा समिति ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, कहा – मुकदमे नहीं, कार्रवाई चाहिए
NEXT 19 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। बीदासर की एक गौशाला में गौवंश की दर्दनाक हालत सामने आने के बाद “आपणो गांव श्रीडूंगरगढ़ सेवा समिति” हरकत में आ गई। समिति ने शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ की एसडीएम उमा मित्तल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
गौरक्षा टीम द्वारा हाल में किए गए निरीक्षण में जो दृश्य सामने आए, वे झकझोर देने वाले हैं। सैकड़ों गौवंश के शव खुले में सड़ते मिले। कई शवों में कीड़े लग चुके थे। बदबूदार दलदल में कुछ जिंदा गौमाताएं भी थीं, जो वहीं पर दम तोड़ने की कगार पर थीं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, प्रबंधन ने दर्ज करवा दिए मुकदमे
स्थानीय निवासियों और गौरक्षकों ने इस स्थिति को सोशल मीडिया पर उजागर किया। जब लोगों ने सुधार की मांग की, तो जवाब में गौशाला प्रबंधन ने खुद को बचाते हुए गौरक्षकों पर ही केस दर्ज करवा दिए। समिति ने आरोप लगाया कि यह सब कुछ व्यवस्थाओं को छुपाने और लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए किया गया है।
समिति की मांगें
- पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच
- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
- जिंदा गौवंश के लिए चिकित्सा व सुरक्षा इंतजाम
- गौरक्षकों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं
ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में समिति अध्यक्ष जतन सिंह राजपुरोहित, मनोज डागा, मदन सोनी, कैलाश सारस्वत, प्रवीण पालीवाल, भीखाराम सुथार, मनोज कायल, महावीर लखोटिया और सुशील सुथार शामिल रहे।
“गौसेवा करने वालों पर मुकदमे, ये कैसा इंसाफ?”
समिति ने कहा कि यह केवल बीदासर की नहीं, पूरे प्रदेश की चेतावनी है। अगर आज आवाज नहीं उठाई गई तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। “गौसेवकों पर केस दर्ज करना इंसाफ नहीं, अन्याय है।”