NEXT 21 अप्रैल, 2025। देशनोक में 19 मार्च को तकनीकी खामी के चलते बने ओवरब्रिज पर हुए सड़क हादसे में नोखा निवासी सैन समाज के एक ही परिवार के छह सदस्यों की दर्दनाक मौत के बाद न्याय की मांग को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सोमवार को श्रीडूंगरगढ़ में सैन समाज एवं सर्व समाज के लोगों ने उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

समाज के ओमप्रकाश फूलभाटी के नेतृत्व में लोगों ने रैली के रूप में उपखंड कार्यालय पहुंचकर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न समुदायों के लोग शामिल हुए।

पूर्व समाज अध्यक्ष विमल भाटी ने कहा कि संघर्ष समिति की मांगें पूरी तरह से जायज हैं। सरकार व प्रशासन को इस गंभीर मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ित परिवारों को तुरंत राहत देनी चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता आशीष जाड़ीवाल ने बताया कि पिछले सात दिनों से समाज के लोग बीकानेर में धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। पीड़ित परिवार बेहद जरूरतमंद हैं, उन्हें उचित मुआवजा और संविदा पर सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।

सैलून यूनियन के अध्यक्ष शिव प्रसाद गहलोत ने कहा कि न्याय की इस लड़ाई में पूरा सैन समाज एकजुट है। यदि आवश्यक हुआ तो बड़े आंदोलन की राह भी अपनाई जाएगी और हर सैन बंधु इसके लिए तैयार है।
संघर्ष समिति की प्रमुख मांगे:
- प्रत्येक पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता।
- परिवार के एक सदस्य को संविदा या सरकारी नौकरी।
- देशनोक ओवरब्रिज को रिडिज़ाइन कर दोबारा निर्माण।
इस अवसर पर ओमप्रकाश फूलभाटी, एडवोकेट पूनमचंद मारू, एडवोकेट ललित मारू, बलवंत नाई, रामकिशन फूलभाटी, पवन परिहार, बाबूलाल नाई, पप्पू नाई नौसरिया, सत्यनारायण जाट, इंद्रचंद नाई, मोहनराम जाखड़, मनोज सिंहराज भाटी, संदीप मारू, प्रकाश दूसाद, महेंद्र पंवार, कन्हैयालाल गहलोत, सीताराम पंवार, राजकुमार धांधल सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।