NEXT 14 जून, 2025। बीकानेर जिले के खाजूवाला थाना क्षेत्र से तंत्र-मंत्र के नाम पर करोड़ों की ठगी और रहस्यमयी मौतों का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। कर्नाटक से आए एक तांत्रिक ने ‘1 करोड़ को 33 करोड़‘ बनाने का झांसा देकर न सिर्फ लाखों रुपए हड़प लिए बल्कि उसके प्रसाद से तीन जिंदगियां भी चली गईं। मृतकों में एक पीड़ित, दो ठग शामिल हैं।
कैसे हुआ खेल?
पीड़ित गफ्फार खाजूवाला निवासी था। वह अजमेर के शैतान सिंह और विक्रम सिंह के संपर्क में आया, जिन्होंने उसे कर्नाटक निवासी तांत्रिक एम. शिवा के बारे में बताया। दावा किया गया कि शिवा तंत्र क्रिया से रुपए को 33 गुना बढ़ा सकता है।
गफ्फार पहले छोटे स्तर पर दो बार रुपए डबल करवा चुका था, जिससे उसका विश्वास बन गया। इसके बाद उसने न केवल खुद बल्कि सरकारी डॉक्टर पूनाराम (खाजूवाला) और मेडिकल स्टोर संचालक राजेंद्र पूनिया समेत कई लोगों से लगभग 50 लाख रुपए इकट्ठे कर लिए और तांत्रिक को दे दिए।
प्रसाद बना जहर, तीन की मौत
10 जून को तांत्रिक एम. शिवा अपने चार साथियों के साथ गफ्फार के घर पहुंचा और तंत्र क्रिया शुरू की गई। 12 जून की रात को प्रसाद में बेहोशी की गोलियां मिलाकर सभी को खिला दिया गया।
- गफ्फार की मौत हो गई।
- उसका बेटा सलमान गंभीर रूप से बीमार हुआ।
- और कुछ ही देर बाद खाजूवाला के पास दो शव और मिले – ये थे शैतान सिंह और विक्रम सिंह।
गैंग का जाल और पुलिस की कार्रवाई
इस गिरोह में कर्नाटक निवासी तांत्रिक एम. शिवा के अलावा रामस्वरूप (जोधपुर), मनोज (झारखंड), शैतान सिंह और विक्रम सिंह (अजमेर) शामिल थे।
- पुलिस ने रामस्वरूप और मनोज को मेड़ता रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।
- गैंग लीडर एम. शिवा अब भी फरार है, उसकी तलाश में पुलिस सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्य खंगाल रही है।
डॉक्टर और दुकानदार भी फंसे
खाजूवाला के डॉक्टर पूनाराम ने अपने साले से 45 लाख रुपए लेकर इस तंत्र विद्या में निवेश किए थे। पुलिस जांच कर रही है कि डॉक्टर ने यह रकम लाभ की लालच में दी या किसी अन्य कारण से। मेडिकल स्टोर संचालक ने भी 5 लाख रुपए गफ्फार को दिए थे।
पुलिस जांच जारी
सीओ खाजूवाला अमरजीत सिंह के अनुसार, दो आरोपियों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। मुख्य आरोपी तांत्रिक शिवा की तलाश के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं। साथ ही, दो ठगों की संदिग्ध मौतों के कारणों का भी पता लगाया जा रहा है। आशंका है कि तांत्रिक ने उन्हें भी धोखा दिया।
सवाल खड़े करता है यह मामला– अंधविश्वास, लालच और तंत्र विद्या के नाम पर लोगों की जान और पूंजी दोनों खतरे में हैं। पुलिस अब पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है कि कहीं यह कोई अंतरराज्यीय ठगी गिरोह तो नहीं?
NEXT आपसे अपील करता है: किसी भी चमत्कारिक दावा, तंत्र-मंत्र या धन दोगुना करने के वादे में न आएं। यह अपराधियों का नया जाल है।