NEXT 5 सितम्बर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ के मोमासर निवासी ललित मोची ने आरोप लगाया है कि उसे और उसके साथियों को विदेश भेजने का झांसा देकर गिरोह ने करीब 30 लाख 61 हजार रुपए हड़प लिए। यही नहीं, कई लोगों के मूल पासपोर्ट भी अपने पास रख लिए। अब पीड़ित ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्रीडूंगरगढ़ की अदालत में इस्तगासा पेश किया है।
विदेश भेजने का झांसा
पीड़ित ललित मोची ने अदालत को बताया कि आरोपी राकेश कुमार कासनिया निवासी गांव सात्यु तहसील तारानगर, जो पहले मोमासर सरकारी अस्पताल में कार्यरत था, उससे पहले से परिचित था। उसने बातचीत में भरोसा दिलाया कि वह लोगों को जर्मनी और आयरलैंड भेज सकता है, जहां लाखों की सैलरी मिलेगी। इसी भरोसे में पीड़ित ने अपने व करीब 26 अन्य लोगों के दस्तावेज आरोपी को सौंप दिए।
रकम किस्तों में ली, फर्जी एग्रीमेंट भी दिया
शिकायत के अनुसार आरोपी ने वीजा और मेडिकल की प्रक्रिया के नाम पर अलग-अलग तिथियों पर लाखों रुपए वसूल किए। मेडिकल के लिए झुंझुनूं स्थित एक सेंटर पर भेजा गया, जहां प्रत्येक व्यक्ति से 7200 रुपए वसूले गए। बाद में आरोपी ने शिवम कंसल्टेंसी नाम से बैंक खाता बताकर रुपए मंगवाए।
कुल मिलाकर फोन-पे और बैंक खातों के जरिए 30.61 लाख रुपए जमा कराए गए। इतना ही नहीं, भरोसा दिलाने के लिए आरोपी ने फर्जी एग्रीमेंट और चयन लिस्ट भी भेजी।
थाईलैंड ले जाकर छोड़ा लावारिस
पीड़ित ने बताया कि 31 मई 2025 को उन्हें मुंबई बुलाया गया, जहां नागेंद्र नामक व्यक्ति से मिलवाया गया। बाद में कुछ लोगों को थाईलैंड ले जाकर लाखों रुपए और वसूले गए। डॉलर और यूरो में कन्वर्ट करवाई गई रकम भी आरोपियों ने ले ली। इसके बाद आरोपी वहां से गायब हो गए और फोन पर कहा कि “इतने पैसों में बाहर नहीं भेजेंगे, 30 लाख और दो।”
अब अदालत में इस्तगासा
पीड़ित ने अदालत में इस्तगासा दायर किया है। इसमें मांग की गई है कि आरोपी राकेश कुमार, नागेंद्र और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही, ठगे गए 30.61 लाख रुपए वापस दिलाए जाएं और पासपोर्ट बरामद किए जाएं।