NEXT श्रीडूंगरगढ़, 3 जनवरी 2025। चेतना के बोरवेल में गिरने की दर्दनाक घटना ने राजस्थान सरकार और प्रशासन को हरकत में ला दिया है। प्रदेश में खुले और असुरक्षित बोरवेल व ट्यूबवेल के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सघन अभियान शुरू किया गया है।
सुरक्षा समितियों का गठन:
राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा समितियों का गठन किया है। श्रीडूंगरगढ़ के पंचायत समिति के विकास अधिकारी और नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, और कृषि पर्यवेक्षक को जिम्मेदारी दी गई है।
शहरी क्षेत्रों में अधिशाषी अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता, और स्वास्थ्य निरीक्षक को शामिल किया गया है।
खुले बोरवेल होंगे सील:
सुरक्षा समितियां खुले और खतरनाक बोरवेल व ट्यूबवेल की पहचान कर मालिकों से संपर्क करेंगी। इन्हें सुरक्षित बनाने के लिए तारबंदी करवाई जाएगी। यदि बोरवेल असफल (सूखा) हो चुका है, तो इसे मिट्टी, कंकड़ और बजरी से बंद किया जाएगा।
कानूनी कार्रवाई का प्रावधान:
यदि कोई व्यक्ति असुरक्षित बोरवेल या ट्यूबवेल छोड़ने में लापरवाही करता है, तो ग्राम और नगर स्तरीय समितियां उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगी।
जागरूकता अभियान:
खुले बोरवेल से होने वाले खतरों को लेकर ग्राम सभाओं और स्कूलों की प्रार्थना सभाओं के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। प्रशासन ने आमजन से भी इस दिशा में सहयोग करने की अपील की है।
NEXT अपील: यह सख्त कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है। सरकार ने जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी असुरक्षित बोरवेल की जानकारी तुरंत दें।