NEXT श्रीडूंगरगढ़ 6जनवरी, 2025। वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर चुके छह मोरों को आज उनके प्राकृतिक आवास में पुनर्वासित किया गया। इस प्रक्रिया का नेतृत्व सहायक वन संरक्षक एवं राजस्थान वन सेवा अधिकारी सत्यपाल सिंह ने किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. उत्तम भाटी ने सभी मोरों का विस्तृत स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के उपरांत चार नर और दो मादा मोरों को प्राकृतिक आवास में सावधानीपूर्वक छोड़ा गया। यह प्रयास वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम है।

सहायक वन संरक्षक सत्यपाल सिंह ने इस अवसर पर कहा, “वन्यजीव संरक्षण केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें हर व्यक्ति की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। हमारा हर छोटा प्रयास पर्यावरण संतुलन बनाए रखने और वन्यजीवों के सुरक्षित भविष्य की नींव रखता है।”
डॉ. उत्तम भाटी ने कहा कि वन विभाग, श्रीडूंगरगढ़ रेंज का यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है, जो भविष्य में जागरूकता और भागीदारी बढ़ाने में मददगार होगा।
पुनर्वास कार्यक्रम में वनपाल विजेंद्र सिंह, सहायक वनपाल धनपत बाना, वनरक्षक शांति प्रकाश शर्मा, तकनीशियन तृतीय अमराराम और भंवरलाल सहित रेंज के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
