NEXT 22 अप्रैल, 2025। राजस्थान के ग्रामीण अंचलों की प्रतिभाओं ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि लगन, मेहनत और दृढ़ संकल्प के बल पर कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। UPSC 2024 की परीक्षा में बीकानेर जिले के विभिन्न इलाकों से युवाओं ने उल्लेखनीय प्रदर्शन कर प्रदेश का नाम रोशन किया है।
160वीं रैंक के साथ हरिओम पांडिया ने रचा इतिहास
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के कालूबास निवासी हरिओम पांडिया ने पहले ही प्रयास में UPSC की परीक्षा में 160वीं रैंक हासिल कर सभी को चौंका दिया। 22 वर्षीय हरिओम, जो वर्तमान में लॉ के छात्र हैं, 10वीं कक्षा में राजस्थान टॉपर रह चुके हैं। उनकी बहन निर्मला पांडिया हाल ही में राजस्थान पुलिस सेवा में चयनित हुई हैं। इस सफलता के बाद पूरे परिवार और गांव में हर्षोल्लास का माहौल है।
सरला जाखड़ ने छोड़ी दो सरकारी नौकरियां, 593वीं रैंक से रचा कीर्तिमान
श्रीडूंगरगढ़ तहसील के इंदपालसर हीरावतान गांव की सरला जाखड़ पुत्री शंकरलाल जाखड़ ने पांचवें प्रयास में UPSC परीक्षा में 593वीं रैंक हासिल की है। सरला पूर्व में केंद्र सरकार की दो नौकरियों में चयनित हो चुकी थीं, लेकिन उन्होंने सिविल सेवा में जाने का सपना नहीं छोड़ा। कोलकाता में रहते हुए प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद सरला ने दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी की। अब उनकी सफलता से गांव और ननिहाल दोनों स्थानों पर उत्सव का माहौल है।
ममता जोगी ने नौकरी करते हुए पाई सफलता, 921वीं रैंक हासिल
श्रीडूंगरगढ़ की रहने वाली ममता जोगी ने हिंदी व्याख्याता के पद पर कार्य करते हुए UPSC में 921वीं रैंक प्राप्त की है। 28 वर्षीय ममता ने जयपुर और दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी की और पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित की। उनके परिवार ने इस उपलब्धि पर उन्हें ढेरों शुभकामनाएं दी हैं।
प्रेरणा बनी ये सफलताएं
तीनों युवाओं की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि चाहे संसाधन सीमित हों या रास्ते कठिन, अगर लक्ष्य स्पष्ट और हौसला बुलंद हो, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। इन सफलताओं से न केवल परिवार और गांव गौरवान्वित हुए हैं, बल्कि प्रदेश के अन्य युवाओं को भी नई प्रेरणा मिली है।