NEXT 30 अप्रैल, 2025। मालू भवन में अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर जैन श्वेतांबर तेरापंथी समाज द्वारा आयोजित समारोह में वर्षीतप की तपस्या पूर्ण करने वाले तपस्वियों का भावपूर्ण अभिनंदन किया गया। यह कार्यक्रम सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी संगीतश्री और साध्वी डॉ. परमप्रभा के पावन सान्निध्य में भव्यता से सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर 8 तपस्विनियों का इक्षुरस (गन्ने का रस) से पारणा करवाया गया जिसमें साध्वियों में साध्वी संगीतश्री, साध्वी शांतिप्रभा, साध्वी कमलविभा, साध्वी मुदिताश्री, साध्वी दीपयशा तथा श्राविकाओं में शुभी देवी तातेड़, दीपा देवी बैंगानी और सारिका देवी पुगलिया के वर्षीतप की अनुमोदना की गई। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई, जिसके बाद साध्वीवृंद द्वारा गीतिका, संवाद और भावाभिव्यक्ति प्रस्तुत की गई।

साध्वी सरसप्रभा, साध्वी प्रेक्षाप्रभा, साध्वी कर्तव्ययशा, साध्वी विवेकश्री, साध्वी संपतप्रभा, साध्वी ललितरेखा, साध्वी ऋजुप्रज्ञा, साध्वी पुनीतप्रभा, साध्वी ललिताश्री, साध्वी मुदिताश्री, साध्वी शांतिप्रभा, साध्वी कमलप्रभा सहित साध्वीवृंद ने तपस्वियों के प्रति कृतज्ञता और अनुमोदना के भाव प्रकट किए।

कार्यक्रम में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के मंत्री प्रदीप पुगलिया, तेरापन्थ युवक परिषद अध्यक्ष मनीष नौलखा, तेरापन्थ महिला मंडल संरक्षिका झीणकार देवी बोथरा सहित अनेक वक्ताओं ने अपने विचार रखे। ज्ञानशाला के बच्चों ने कव्वाली, महिला मंडल ने नाटिका तथा सामूहिक गीतिका प्रस्तुत कर कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।

तपस्वियों के पारिवारिक सदस्यों द्वारा साध्वी प्रमुखा के संदेशों का वाचन किया गया और अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया गया। अंत में, तपस्वियों का पारणा इक्षुरस से कराया गया और सेवा दात्री साध्वियों द्वारा सेवाग्राही व वरिष्ठ साध्वियों को भेंट प्रदान की गई।

कार्यक्रम का संचालन मोनिका मालू ने भावपूर्ण ढंग से किया। इस आयोजन में समाज के सभी संघीय संस्थाओं और श्रद्धालुओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।