NEXT 16 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। जिले में शिक्षा विभाग अब पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ी पहल करने जा रहा है। हरियालो राजस्थान अभियान के तहत समग्र शिक्षा अभियान की जिला निष्पादन समिति की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में हुई। इसमें कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में करीब 33 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसे आपसी समन्वय से समय पर पूरा किया जाए। इस अभियान में जिले के सभी सरकारी स्कूलों को जोड़ा जाएगा। कक्षा 1 से 8 तक के छात्र 10-10 और कक्षा 9 से 12 के छात्र व स्टाफ 15-15 पौधे लगाएंगे।

बैठक में बताया गया कि सबसे पहले पौधारोपण स्कूल की चारदीवारी के भीतर किया जाएगा। जहां स्थान नहीं होगा, वहां गांव की श्मशान भूमि या पटवारी द्वारा चिन्हित सार्वजनिक स्थानों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, छात्रों को पौधे अपने घर ले जाकर लगाने और जन्मदिन या वर्षगांठ जैसे अवसरों पर अभिभावकों को भी पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। खाजूवाला ब्लॉक के कुछ स्कूलों ने अपनी पौध नर्सरी भी तैयार कर ली है। पौधों की कमी की स्थिति में बीज रोपण कर पौध तैयार किए जाएंगे। इस अवसर पर एडीईओ ओमप्रकाश बिश्नोई ने बताया कि जिन स्कूलों में स्थान कम है, वहां जापान की मियावाकी पद्धति से घने पौधारोपण की योजना बनाई गई है, जिसमें एक वर्ग मीटर जगह में दो से चार देसी प्रजातियों के पौधे लगाए जा सकते हैं।
बैठक में पोषाहार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि मिड-डे-मील की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्कूल में प्रतिदिन पांच बच्चों की माताओं या अभिभावकों से भोजन की जांच कराई जाए और इसका रिकॉर्ड एक विशेष रजिस्टर में दर्ज किया जाए। निरीक्षण पर आने वाले अधिकारी इस रजिस्टर की जांच अवश्य करें। उन्होंने कहा कि बच्चों की उपस्थिति राज सिम्स पोर्टल पर प्रतिदिन दर्ज करना अनिवार्य है, ताकि पोषाहार की पूरी ग्रांट समय पर प्राप्त हो सके। इसके साथ ही बारिश के मौसम को देखते हुए खाद्यान्न और दूध पाउडर के उचित भंडारण के निर्देश भी दिए गए।
पीएमश्री योजना की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी 17 पीएमश्री स्कूलों का जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी हर महीने दो बार निरीक्षण करें। साथ ही बारिश के मौसम में स्कूल भवनों की सुरक्षा की जांच की जाए और किसी भी जर्जर भवन की रिपोर्ट तुरंत संबंधित विभाग को भेजी जाए, ताकि किसी दुर्घटना से बचा जा सके। सभी स्कूलों में शत-प्रतिशत विद्युत कनेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में डीईओ प्रारंभिक के.डी. चारण, डीईओ माध्यमिक रामगोपाल शर्मा, सीडीईओ महेन्द्र शर्मा, एडीपीसी कृष्ण कुमार बिश्नोई, एडीईओ ओमप्रकाश बिश्नोई, सहायक निदेशक भैंरोंसिंह सहित जिले के सभी सीबीईओ व एसीबीईओ उपस्थित रहे।