श्रीडूंगरगढ़ में विवाहिता ने कोर्ट में पेश किया परिवाद, पांच लाख व बाइक की कर रहे थे मांग, मारपीट कर निकाला घर से बाहर
NEXT 24 जून, 2025 श्रीडूंगरगढ़। कस्बे के आडसर बास निवासी एक विवाहिता ने अपने पति सहित ससुराल पक्ष के तीन जनों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में परिवाद पत्र पेश किया है। विवाहिता शारदा ने बताया कि उसके पति अशोक, सास तुलसी और देवर सुरेन्द्र ने मिलकर उस पर लगातार दहेज के लिए दबाव बनाया और आखिरकार मारपीट कर तीन बच्चों सहित उसे घर से निकाल दिया।
शारदा पुत्री सुरजाराम जाट हाल निवासी आडसर बास ने अपने परिवाद में कहा है कि उसका विवाह 6 जुलाई 2011 को सीकर जिले के दिनारपुरा निवासी अशोक पुत्र रामकुंवार जाट के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से हुआ था। विवाह के समय शारदा के पीहरवालों ने अपनी हैसियत से बढ़कर सोने-चांदी के गहने, घरेलू सामान, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं और ₹21,000 नकद दिए थे, लेकिन ससुराल पक्ष इससे संतुष्ट नहीं हुआ।
बार-बार की गई दहेज की मांग
शारदा के अनुसार, शादी के तुरंत बाद ही पति व ससुरालियों ने ₹5 लाख नकद व मोटरसाइकिल की मांग करनी शुरू कर दी। जब उसने इनकार किया तो उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। पति अशोक शराब का आदी है और नशे की हालत में उसे पीटता रहता है।
तीन बच्चों के साथ निकाला घर से
पीड़िता के अनुसार, 16 मई 2025 को सभी आरोपियों ने मिलकर उसे बच्चों सहित घर से धक्के मारकर निकाल दिया। शारदा ने बताया कि 5 जून को जब पंचायत में समझाइश के लिए आरोपी पीहर आए, तब भी उन्होंने ₹5 लाख व मोटरसाइकिल देने की शर्त पर ही ससुराल ले जाने की बात कही। इनकार करने पर उसके साथ मारपीट की और उसका स्त्रीधन लौटाने से भी मना कर दिया।
कोर्ट में न्याय की गुहार
अब थक-हार कर शारदा ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उसने अदालत से न्याय की गुहार लगाई है। कोर्ट ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है।