NEXT 9 मई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। भीषण गर्मी के बीच कस्बे के बिग्गाबास क्षेत्र में पेयजल संकट गहराता जा रहा है, लेकिन जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। वार्ड संख्या 23 और 24 के रहवासी बीते एक सप्ताह से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं।
पूर्व पार्षद मूलचंद स्वामी ने बताया कि विभाग की लापरवाही और ठेकेदार की अनदेखी के कारण जलापूर्ति ठप हो गई है। “इतनी गर्मी में जब पूरे शहर को भरपूर पानी की आवश्यकता है, उस समय जनता प्यास से परेशान है और अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं। विभाग के कनिष्ठ अभियंता तक उपभोक्ताओं के फोन उठाने को तैयार नहीं,” स्वामी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा।
स्थानीय लोगों के अनुसार, गौरवपथ रोड की पुरानी पाइपलाइन से पहले ही कम प्रेशर से पानी आता था, अब तो आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो चुकी है। इससे मजबूरन लोगों को 500 से 700 रुपये में निजी टैंकर मंगवाकर पानी भरवाना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार, विभाग ने जलापूर्ति का ठेका एक निजी एजेंसी को दे रखा है, लेकिन ठेकेदार की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। ठेकेदार के अधीन काम करने वाले लाइनमैन सिर्फ ट्यूबवेल के खराब होने या टंकी खाली होने की बात कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं।
स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो वे विभाग के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।