NEXT 10 मई, 2025। मंगलवार को शहर के वार्ड 18 और 11 में पेयजल संकट को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के नेतृत्व में महिलाओं और पुरुषों ने जलदाय विभाग के कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। करीब दो घंटे तक चले इस हंगामे के दौरान विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को प्रदर्शनकारियों की मांगों का तर्कपूर्ण जवाब देना पड़ा।

प्रदर्शन की अगुवाई एसएफआई के जिला सह-संयोजक विवेक लावा ने की। उनके साथ रेलवे स्टेशन क्षेत्र और रेगर बस्ती की महिलाएं व पुरुष बड़ी संख्या में जलदाय विभाग कार्यालय पहुंचे। शुरू में जब अधिकारियों ने ठोस जवाब नहीं दिया तो गुस्साए प्रदर्शनकारी एईएन (AEN) के दफ्तर के भीतर धरने पर बैठ गए।

पुरानी पाइपलाइन और राजनीतिक हस्तक्षेप पर उठे सवाल
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वार्ड 18 में पेयजल लाइन काफी पुरानी हो चुकी है, जिससे क्षेत्र में पानी की सप्लाई पूरी तरह बाधित हो गई है। लोगों ने नई पाइपलाइन बिछाकर सप्लाई बहाल करने की मांग की।
वहीं, वार्ड 11 के निवासियों ने हाल ही में लगाए गए एक वॉल के कारण सप्लाई बंद होने की शिकायत करते हुए जलदाय विभाग पर पक्षपात का आरोप लगाया। लोगों का कहना है कि कुछ विशेष व्यक्तियों की शिकायत और राजनीतिक दबाव के चलते विभाग ने जानबूझकर 35 से 40 घरों की सप्लाई रोक दी है, जबकि शिकायतकर्ताओं के घरों में अभी भी नियमित पानी आ रहा है।
6-7 दिनों से बूंद-बूंद को तरस रहे लोग
महिलाओं ने बताया कि पिछले छह-सात दिनों से वे पूरी तरह जलविहीन हैं और अपने छोटे-छोटे बच्चों व परिवार के साथ परेशान हैं। कुछ परिवार रेलवे क्वार्टर्स से पानी ले रहे हैं, पर बाकी लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विभाग ने दिया कार्रवाई का भरोसा
लगातार दबाव के बाद एईएन ने प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर लिखित आश्वासन दिया कि समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा। इस प्रदर्शन में विवेक लावा, प्रकाश गांधी, जगदीश प्रसाद रेगर, हीरालाल तुनगरिया, सुभाष जावा, अकरम काजी, सुंदरलाल नायक, विकास नायक, विक्की नायक, रतनी देवी, रामप्यारी, तीजा, पूनम, सीमा, सीता नायक, रामी देवी, ममता रानी, संतोष देवी, मेमा देवी, जेठी देवी, कांता, ममता, गीता देवी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।