NEXT 7 जून, 2025। ‘वंदे गंगा, जल संरक्षण जन अभियान’ के अंतर्गत पशुपालन विभाग द्वारा शनिवार को बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय, गोगागेट में जल संरक्षण विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

संगोष्ठी में विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. कुलदीप चौधरी ने कहा कि “जल संरक्षण का अर्थ है पानी का कुशलतापूर्वक उपयोग एवं उसकी अनावश्यक बर्बादी को रोकना। जल सीमित संसाधन है, जिसका संरक्षण हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर सभी जीवों के अस्तित्व के लिए जल अत्यावश्यक है और यह अभियान हमें इस दिशा में जागरूक करने का माध्यम है।

कार्यक्रम में उपनिदेशक डॉ. राजेश हर्ष, डॉ. राजेंद्र स्वामी एवं गोपाल सिंह नाथावत ने भी अपने विचार रखते हुए जल की अहमियत और पशुपालन क्षेत्र में इसके संतुलित उपयोग पर प्रकाश डाला।
अभियान के दौरान गौशालाओं में पशु खेलियों की सफाई की गई तथा पक्षियों के लिए परिंडे बांधे गए, ताकि इन बेजुबान जीवों को भी साफ और पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, पशु प्रेमी और जागरूक नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
