NEXT 2 नवम्बर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। दीपावली के त्योहार पर घर छुट्टी लेकर आए ग्राम विकास अधिकारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने सुसाइड से पहले बाजार से नई रस्सी खरीदी थी। शनिवार रात परिजनों ने सरपंच, उसके बेटे और महिला खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज करवाया।
घटना नारायण विहार थाना इलाके की है। पुलिस के अनुसार, मांग्यावास की इंजीनियर्स कॉलोनी निवासी प्रवीण कुमावत (31) ने सुसाइड किया है। वह अप्रैल 2023 से ग्राम पंचायत कणोज, पंचायत समिति केकड़ी (अजमेर) में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत था। दीपावली पर छुट्टी लेकर वह जयपुर अपने घर आया हुआ था।
रात को दोस्तों से मिलने गया, सुबह फंदे पर मिला
27 अक्टूबर की रात खाना खाने के बाद प्रवीण आस-पास रहने वाले रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने गया था। करीब 10:30 बजे घर लौटा और मोबाइल पर दूर के रिश्तेदार प्रहलाद से करीब 20 मिनट तक बात की। इसके बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया।
अगली सुबह जब परिवारवालों ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा खोलकर देखा तो प्रवीण रस्सी के फंदे से लटका हुआ था।
सूचना पर नारायण विहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और FSL टीम के साथ सबूत जुटाए। शव को पोस्टमार्टम के लिए जयपुरिया हॉस्पिटल की मॉर्च्यूरी भेजा गया।
बाजार से खरीदी थी नई रस्सी, सुसाइड नोट नहीं मिला
पुलिस जांच में सामने आया कि प्रवीण ने बाजार से नई रस्सी खरीदी थी। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया गया है।
“सरपंच और बीडीओ अवैध भुगतान का दबाव डाल रहे थे”- परिवार का आरोप
मृतक के भाई अशोक कुमावत ने आरोप लगाया कि पिछले 3-4 महीने से ग्राम पंचायत सरपंच भागचन्द नायक, उसका बेटा बंटी, और खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा मिलकर प्रवीण पर पंचायत में किए गए कार्यों के अवैध भुगतान के लिए साइन करवाने का दबाव बना रहे थे।
परिजनों के अनुसार, सरपंच ने जलभराव क्षेत्र में अवैध रूप से पौंड खुदवाया और वहां मिट्टी डलवाने के नाम पर 10-15 लाख रुपए का भुगतान करवाना चाह रहा था, जबकि वास्तव में वहां करीब 50 हजार रुपए का काम हुआ था।
व्हाट्सएप पर भेजा था इस्तीफा
अशोक कुमावत ने बताया कि प्रवीण ने इस अवैध दबाव की शिकायत खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा से भी की थी, लेकिन उन्होंने भी सरपंच के पक्ष में दबाव बनाया।
आहत होकर प्रवीण ने व्हाट्सएप के जरिए इस्तीफा भेज दिया।
परिजनों ने बताया कि वे खुद भी बीडीओ से मिलकर स्थिति समझाने गए थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पुलिस ने दर्ज किया केस
परिजनों की शिकायत पर सरपंच भागचन्द नायक, उसका बेटा बंटी नायक, और खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।















