NEXT श्रीडूंगरगढ़ 30दिसम्बर, 2024। श्रीडूंगरगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। सोमवार को सुबह देर तक घना कोहरा छाया रहा, जिससे लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। सुबह 10 बजे तक कोहरा बना रहने के कारण दृश्यता काफी कम रही, और वाहन चालकों को दिन के समय भी वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा।

ठंड का असर जनजीवन पर: रोजमर्रा के कार्यों में देरी
शीतलहर और कोहरे के कारण लोग सुबह देर से घरों से बाहर निकले। दैनिक जीवन से जुड़ी गतिविधियां जैसे दूध, सब्जी, ब्रेड, अखबार और अन्य जरूरी सेवाओं में भी देरी हुई। मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग भी सामान्य समय से काफी देर बाद, लगभग 8:30 बजे के बाद सड़कों पर नजर आए। ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं।

फसलों पर असर: किसानों की उम्मीद और चिंता
हाल ही में हुई मावठ (बारिश) के कारण रबी की फसलों को फायदा होने की संभावना जताई जा रही है। किसानों का कहना है कि ऐसी ठंड और बारिश फसलों के लिए वरदान साबित हो सकती है और पैदावार दोगुनी हो सकती है। हालांकि, बादल छाए रहने और लगातार नमी बढ़ने से फसलों में विभिन्न रोगों के फैलने की आशंका ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। घने कोहरे और अत्यधिक ठंड के कारण फसलों की नियमित देखरेख में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
कोहरे का दृश्य और सामाजिक जीवन
कोहरे के चलते हर ओर सर्दी का गहरा असर देखा जा सकता है। पेड़ों के पत्तों पर जमी ओस की बूंदें ठंड की तीव्रता को दर्शाती हैं। लोग ठंड से बचने के लिए घरों और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव तापते नजर आए। वहीं, कोहरे के कारण सड़कों पर आवाजाही धीमी रही और यातायात प्रभावित हुआ।