बीकानेर, पूगल, खाजूवाला और पांचू पंचायत समिति के कनिष्ठ लिपिकों पर गिरी गाज
NEXT 19 अक्टूबर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। कनिष्ठ लिपिक भर्ती–2013 में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी पाने वाले चार लिपिकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिला परिषद सीईओ सोहनलाल के निर्देश पर संबंधित विकास अधिकारियों ने चारों के सेवा समाप्ति के आदेश जारी किए हैं।
बीकानेर, पूगल, खाजूवाला और पांचू पंचायत समितियों में कार्यरत इन चारों कर्मचारियों में तीन की कंप्यूटर डिग्री फर्जी पाई गई, जबकि एक का खेल प्रमाण पत्र सक्षम स्तर का नहीं मिला।
इन चारों की गई सेवा समाप्त
- सागरमल भांभू पुत्र खेमाराम भांभू- पांचू पंचायत समिति
- खुशालचंद पुत्र भूपाराम- पूगल पंचायत समिति
- सुमन कुमारी पुत्री राजेन्द्र सिंह- खाजूवाला पंचायत समिति
- वैभव भाटी पुत्र धूमल भाटी- बीकानेर पंचायत समिति
सीईओ सोहनलाल ने बताया कि सागरमल, खुशालचंद और सुमन कुमारी की कंप्यूटर योग्यता डिग्री मेघालय स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से बताई गई थी। उन्होंने इसे नियमित विद्यार्थी के रूप में प्राप्त करने का दावा किया, लेकिन जांच में पाया गया कि उसी अवधि में तीनों के अनुभव प्रमाण पत्र भी जारी किए गए थे। इससे स्पष्ट हुआ कि डिग्री ऑफ कैंपस ली गई थी, जो अमान्य है।
वहीं, वैभव भाटी का चयन उत्कृष्ट खिलाड़ी कोटे में हुआ था, लेकिन जांच में उसका खेल प्रमाण पत्र सक्षम स्तर का नहीं पाया गया।
सुनवाई में पेश हुए, पर सबूत नहीं दे पाए
सीईओ ने बताया कि 9 अक्टूबर 2025 को जिला परिषद की जिला स्थापना समिति की बैठक में चारों को अपनी योग्यता साबित करने का मौका दिया गया था। लेकिन कोई भी अपने दस्तावेजों की वैधता साबित नहीं कर सका।
इसके बाद समिति ने चारों का चयन निरस्त कर सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया। जिला परिषद के निर्देश पर चारों संबंधित पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों ने सेवा पृथक्करण के आदेश जारी कर दिए हैं।















